नीरा आर्य आजाद हिन्द फौज में रानी झांसी रेजिमेंट में कैप्टन थीं। इन्हें नीरा नागिनी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक महान देशभक्त, दृढ़ साहसी एवं स्वाभिमानी महिला थीं, जिन्हें गर्व और गौरव के साथ याद किया जाता है। हैदराबाद की महिलाएँ इन्हें पेदम्मा कहकर पुकारती थीं। यह पुस्तक नीरा आर्य की आत्मकथा है, जिसका प्रथम संस्करण 1966 में प्रकाशित हुआ था। अब आजादी के अमृत महोत्सव पर इस ऐतिहासिक महत्व की पुस्तक का पुनः प्रकाशन किया गया है।
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